सावन व फागुन मास में वृंदावन में स्वामी रामस्वरूप जी शर्मा द्वारा आयोजित लीला में अनेक प्रेमी विदेशी भक्त प्रति वर्ष नियमित रूप से आकर रासलीला का आनंद लेते थे ! ऐसा कोई वर्ष नहीं जाता था ! जिस वर्ष दो-चार केंद्रीय मंत्री और विभिन्न राज्यों के दस-बीस राज्यमंत्री रासलीला का दर्शन करने ना आते हो ! स्वामी जी में यह विशेषता है की अपनी राजनीतिक पार्टी भाजपा की प्रति पूर्ण समर्पित रहने पर भी किसी अन्य राजनीतिक पार्टी से किसी भी प्रकार का राग द्वेष नहीं रखते थे ! यही कारण है कि उनकी रासलीला में सभी पार्टियों के छोटे-बड़े सभी नेता व मंत्री गण सम्मिलित होकर दर्शन करते थे ! उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य-प्रदेश, दिल्ली के कई केंद्रीय राज्य मंत्रियों को प्रति वर्ष आते देखा जाता था ! स्वामी रामस्वरूप शर्मा गायन कला में तो पूर्ण पारंगत थे ही, नृत्य कला अभिनय कला में भी पीछे नहीं थे, क्योंकि शैशव बाल व किशोरावस्था के पूरे 17 वर्ष उन्होंने स्वयं कृष्ण का स्वरूप बनकर बिताए थे ! जिन बड़भागी जनों ने इनके कृष्ण स्वरूप का दर्शन किया है वह आज भी उसकी चर्चा कर पुलकित हो उठते !